सीरियल गुम है किसी के प्यार में 30 नवंबर 2021 रिटेन अपडेट हिंदी में|| Serial gum hai kisi ke pyar mein 30 november 2021 written update in hindi today story
gum hai kisi ke pyar mein 30 november 2021
सीरियल की शुरुआत होती है जब अश्वनी भवानी के पास आती है भवानी डांटती है की तू उसकी तरफदारी करने आय है तो मत कर मुझे कुछ नहीं सुनना अश्वनी कहती है में तो ये साड़ी लेकर आई थी जो आपके लिए पसन्द की है कैसी है आपको पसन्द आई भवानी की साड़ी अच्छी लगती है वो कहती है की हु मनना पड़ेगा तेरी पसंद को अश्वनी कहती है अच्छी है न ये साड़ी साई ने पसन्द की थी भवानी मुँह बनानाती है अश्वनी समझती है की जब गलती की है तो दन्त पड़नी चाहिए और जब अच्छी साड़ी पसन्द की है तो तारीफ बजी तो मिलनी चाहिए आप ये तो समझये की साई ने जाते हु क्या कहा था भवानी कहती है मुझे क्या पता में क्या लेख कर राखु क्या करती है वो अश्वनी समझती है के उसने कहा था के इस माहौल में आप घर का वारिस चाहती है वनी आप ये सोचिए की वो इस बारे में सोच रही है भवानी कहती है मैने ये तो सोचा ही नहीं अश्वनी कहती है वनी इनको अलग रखने का ये फैसला सही साबित हुआ इनको दूर क्या किया ये और पास आ गए है भवानी कहती है है तेरा ये फैसला सही था अश्वनी कहती अगर ये फैसला सही था तो आप इनको थोड़ा टाइम और दे दिज्ये अलग रहने का भवानी कहती की तेरा फैसला सही था मगर मेरा फैसला भी पत्थर पर खींची लकीर जैसे है जिसे कोई बदल नहीं सकता
सम्राट रूम में आता है पाखी बैठी होती है और सोचती है की साई की हिम्मत कैसे हुई मेरी बेइज़्ज़ती करने की सम्राट कहता है की क्या हुआ ऐसे क्यों बैठी हो साई की बाटी के बारे में सोच रही हो पाखी कहती मुझे नहीं सोचना है अगर तुम को सच मानना है तो मन सकते हो सम्राट कहता है में एक तरफ की बात सुनकर फैसला नहीं करता है अगर तुम कुछ कहना चाहो तो में सुन सकता हु क्या ये सच है की तुम विराट के रूम के बहार क्या कर रही थी पाखी झूठ बोलती है की में किचन जा रही थी विराट का रूम बीच में पड़ता है तो में क्या करू ये ही सच है अगर तुम ट्रस्ट करो तो और वो जाने लगती है तब सम्राट उसका हाथ पकड़ लेता है और कहता हैआई ट्रस्ट यू
इधर विराट साई को मानता है वो रो रही होती है तब विराट जाता है और फरार लेकर और उसको देखता है साई कहती है आपने देखा ये सब में खुश थी तो आपको हग कर लिए एक दोस्त की तरह मगर ये सब विराट कहता है वैसे तुम्हे पता है मेरी ने रात में जब सब सो रहेथे ये सब फरार बनाये और तो ये शकर परे जो कोई नहीं बन्नता ये भी और वो न सब सुर्पीज़ देना और स्पेशल फील करना और सही के लिए लड़ जाने तुम नहीं मेरी दोस्त वो ही करती है जो सही है वैसे ये खाकर बता न केसा है मेरी दोस्त के हाथो का फरार और वो साई को बहलाता है और समझाता है की अगर घर वालो की ख़ुशी के लिए हम एक रूम में शिफ्ट हो जायगे तो क्या हो जायगा करेगी तो व्ही जो हमको सही लगे गा है बस वो लोग खुश होजाएगे के हम ने उनकी बात का मन रखा साई खुश हो जाती है औरकहती है की अब ड्राइविंग बंद आज ही शुरु और आज ही बंद विराट कहता है क्यों जब बजी हमें टाइम मिलेगा तुम्हारी क्लॉस शुरु तुम हे पता है मुझे कमाल सर ने ड्राइविंग सिखाए थी और में तुम्हे साई कहती है आबा ने न होकर भी अपना वादा पुरा किया उन्होंने आपको ड्राइविंग सिखाए और आपने मुझे मतलब आबा ने और ये सोच कर साई खुश होती है
इधर दिवाली की सुबह हो जाती जाती है करिश्मा रंगोली बनती है तभी भवानी और सोनाली आते है और रंगोली की तारीफ करते है और भवानी कहती है ऐसा लग ही नहीं रहा के रंगोली तूने बनाई है और तभी सम्राट और मोहित मिठाई लेकर आते है और दिवाली विश करते है करिश्मा एक्साइटेड होती है और पूछती है की कोनसी मिठाई लाय हो तब भवानी कहती है सब्र भी लाय हो तुम लोग सब उनको देखते है वो कहती है करिश्मा को दे दो और कहती है की ला मिठाइयां मुझे दे पहले भगवन को भोग लगेगा और वो करिश्मा से लेकर पाखी को दे देती है के अंदर रख दो सोनाली कहती है की वैसे आज मिर्ची मोदक कहा है नज़र नहीं आ रहे आज तो मिर्ची को विराट के रूम में जाने है मोहित कहता है आप तो ऐसे एक्साइटिड हो रही है जैसे उनकी सुहाग रात हो और सब मोहित का मुँह देखते है और पाखी वहा से चली जाती है पीछे ही सम्राट भी जाता है और पाखी से
कहता है वैसे सुहागरात तो हमारी भी नहीं हुई पाखी कुछ कहे बिना वहा से चली जाती है
इधर विराट अपने रूम की सेटिंग करता है और कुशन को बेड के बीच में लगा देता है और साई का इंतेज़ार करता है इधर साई भी अपना सामान पैक करती है और सोचती रहती है की कैसे विराट ने साई का सामान अनपैक किया था और सोचती के इस बार भी में अपना सामान उनसे ही उनपच कराओ गी और गलत टरेक्शन देकर सताओगी और हस्ती है और अपने बाबा की तस्वीर उतार कर बात करती है और कहती है आबा मुझे ऐसा लग रहा है जैसे में पहले बार विराट सर के रूम में जा रही हु
इस एपिसोड में दिखाया जाता है की अश्वनी साई को समझती है के तुम सोचो न के विराट sir तुम्हारी परवाह हद से ज़्यादा परवाह क्यों करते है तुम सोचो गी तो खुद समझ जाओगी और ये भी दिखाया जायगा की जब साई विराट के सर से मिलती है तब वो साई को बताते है के जब विराट को तुम्हारे एक्सीडेंट की ख़बर मिली थी तब विराट के पेरो के निचे से ज़मीं निकाल गई थी और वो उसकी हालतअजीब हो गई थी
इसके बाद दिखया जाता है की साई अपना बैग लेकर विराट के रूम की तरफ बढ़ती है और सोचती है अब में जाकर सब से पहले विराट सर से ये सवाल पूछूगी के वो मुझे दोस्त की तरह चाहते है या कुछ और और साई विराट के रूम में वापस आती है और दरवाज़ा खोलती है तो सामने विराट ड्यूटी के लिए रेडी होता है और साई से कहता है मुझे आज ही जाने होगा मेरा फ़र्ज़ मुझे पुकार रहा है और साई के हाथ से बैग छूट जाता है और दोनों एक दूसरे को देखते रह जाते है