| Gum hai kisi ke pyar mein 25october 2021 |
Serial gum hai kisi ke pyar mein 25 october 2021 today writen update hindi mein || गुम है किसी के प्यार में 25 अक्टूबर 2021 का आज का पुरा एपिसोड हिंदी मै
चवण निवास के सारे लोग साई का साथ देते है और उसको अपनी फैमिली मानते और ओमकार और सोनाली के खिलाफ खड़े हो जाते है
सोनाली का मसाले पीसने से हुए हालत ख़राब
पाखी को डर हे की कहीं उसको भी ना मिले सजा
हेलो दोस्तो आज के शो की शुरुआत होती हे जब सोनाली मसाले पीस रही होती हे और नाराज़ होती हे की ओमकार जी आपने भी कुछ नहीं कहा जब वनी ने मुझे मसाले पीसने को कहा ओमी कहता हे की मने कोशिश की थी मगर मगर क्या मुझ से नहीं होगा ये
तभी वहा साई पूजा के लिए तैयार हो कर आती है और कहती हे की में आपकी कुछ मदद कर दू सोनाली साई को देख कर गुस्सा करती है और कहती हे की सब कुछ तुहारी वजह से ही हुआ है तुम मेरी मदद नहीं करने आई हो तुम तो मुझे ताने मारने या मेरा मज़ाक उड़ाने आई होगी साई कहती हे की में तो पूजा के लिए आई थी साई फिरभी सोनाली का हाथ पकड़ कर उसको उठा ना चाहती हे की आप छोड़ो ये सब मे करती हु और सोनाली साई से अपना हाथ छुड़ाना चाहती हे और साई को धक्का लगता है तब भवानी सभाल ती है और सोनाली को डांटती हे की ये क्या हे तब अश्वनी कुर्सी पर साई को बिठाती हे और पूछती हे तब भवानी कहती हे की सोनाली ने साई को धकका दिया है तुझे ये नहीं पाता की चोट की वजह से साई कितना कमज़ोर हो गई है तब सोनाली कहती हे की मैने धक्का नहीं दिया में तो बस अपना हाथ छुड़ा रही थी साई बताती हे सोनाली काकु सही कह रही हे तब ओमी कहता हे की आज जो भी हो रहा हे उसकी वजह साई है आज तक ऐसा नहीं हुआ मगर आज सोनाली को साई की वजह से सजा मिली हे भवानी कहती हे मैने किसी को सज़ा नहीं दी बस काम दिया है निनाद भी कहता हे की बस काम है तो दिया हे जैसे सब को दिया हे मानसी भी कहती हे
तब ओमी गुस्से में कुछ कहता हे तब साई कहती हे की बुआ और बाबा का वो मतलब नहीं था तब ओमी कहता हे मुझे समझाने की कोई ज़रूरत नहीं की किसी का क्या मतलब हे निनाद कहता हे की मेरी बहु से तुम ऐसे क्यों बातकर रहे हो किसी को भी मेरी बहु से बत्तमीजी करने की कोई ज़रूरत नहीं तब ओमी कहता हे देखलेना आप सब इसी की वजह से एक दिन ये परिवार टूट कर बिखर जायगा tअब सोनाली कहती हे की छोड़िये ओमकार जी ये क्या जाने परिवार की अहमियतअच्छा हुआ इसके बाबा दुनिया में नहीं रहे ये सब देखने के लिए ये तो अनाथ हे ना और सब शॉक हो जाते हे और साई रोने लगती हे और वहा से जाने लगती हे तब सम्राट उसका हाथ पकड़ लेता हे और कहता हे की साई का बड़ा भाई में हु तो मेरे होते हुए साई कैसे अनाथ हुए औरफिर मोहित भी खुद को साई का छोटा भाई कहता हे और विराट कहता हे की मै साई के साथ हार मोड़ पर खड़ा रहुगा और भवानी भी साई की काकु है ये कहती है और अश्वनी कहती हे की मुझे कैसे भूल गई मै साई की आई हु और निनाद भी कहता हे की में साई का बाबा हु मेरे होते हु साई कभी अनाथ नहीं हो सकती और शिवानी मानसी साई की बुआ बताती हे और देवी कहती हे की और मे हु साई की ताई और हम सब हे साई का परिवार और सब खुश होते साई भी बहुत खुश होती है और तभी सनी और पुलकित ढोल के साथ आते है ऑरकेहते हे गणपति बाप्पा मोरिया और तभी वैशाली भी आती हे और पाखी उनसे मिलती है और वो केहतो हे की आज तो बहुत अच्छी खुशबु आ रही है तब्भावनि कहती हे की क्यों नहीं आज सारी बहुए मिलकर जो महा भोज बना रही हे और भवानी सोनाली को इशारा करती हे और सोनाली मिर्च पीसने लगती हे और जैसे है वो अदरक पीसना चाहती हे तो उसकी ऊँगली भी काट जाती हे और और पाखी उसका ज़ख्म साफ करती हे और आरती की बात पर भवानी कहती हे साई को आरती ज़रूर करनी चाहिए क्यों की इनकी किरपा से है वो ठीक हो कर घर आई हे साई भी कहती हे की अगर किसी को कोई परेशानी नहीं हो तो में ये पूजा करना चाहुगी और भवानी कहती हे की किसी को कोई परेशानी क्यों होगी