Ghum hai kisi ke pyar mein 28October 2021 writen update in hindi
हेलो दोस्तो आज के एपीसोड की शुरुआत होती है जब साई विराट के रूम में बैठी होती हे और विराट साई से कहता हे की क्या तुमने आई से वापस इस रूम में रहने की परमिशन ले ली हे और साई कहती हे की में अपना सामान लेने आई हु विराट कहता हे ली में तुम्हारा सामान पंहुचा दुगा तुम परेशान मत हो और साई अपने बैग उठा ने लगती है और विराट उसका बैग उठा कर टेबल पर रखता है और साई बैग खोलती हे और अपने आबा की तस्वीर निकाल ती हे और कहती हे ये मुझे अभी चाहिए
फिर दोनों बात करने लगते है और साई कहती हे विराट सर अब तो हमदोनो अलग अलग रह रहे हे अब हमारे बीच कोनसा रिश्ता हे ये रिश्ता क्या कहलाता हे विराट सर यही तो आपकी दोस्त भी कह रही थी विराट कहता हे इस बात का जवाब तो मेरे पास भी नहीं है क्या तुम को पता है तब साई कहती हे मुझे पता होता तो में आपसे क्यों पूछती विराट कहता हे की शायद आई को ज़रूर पता होगा
विराट साई बाते कर रहे होते हे तभी पानी की छींटे उन पर पड़ती है और दोनों ऊपर देखते है और पाखी खड़ी होती हे और कहती हे की मे तो ये सोच रही थी की मुझे ये जल छिड़क ने दो अलग कमरों में जाने होगा मगर तुम दोनों तो एक है साथ बैठे हो साई कहती हे की में तो बस अपना सामान लेने आई थी तब पाखी कहती वो तो तुम ने ले लिया फिर भी यहां गप्पे लड़ा रही हो साई कहती हे आपका काम भी तो होगता फिर भी आप यहां अभी तक खड़ी हे और पाखी साई के मुँह पर जल छिड़क देती हे और विराट को गुस्सा आ जाता हे और वो कहता हे पाखी ये सब क्या हे तब साई बात को सभाल ती हे और कहती हे की मुझे तो बाप्पा के आशीर्वाद की ज़्यादा ज़रूरत हे मेरे कमरे में ज़रूर छिड़कना और पाखी चली जाती हे और साई भी अपना सामान लेना चाहती हे तो विराट कहता हे में तुम्हारा सामान लेकर आता हु
और जब विराट साई का सामान लेकर आता हे तब देखता हे की साई स्टूल पर चढ़ी है और अपनने बाबा की तस्वीर दीवार पर लगा रही हे तब विराट चिल्लाता है साई और उसको पकड़ लेता है और साई कहती है की आपने तो मुझे डरही दिया
विराट कहता है की अगर तुम मुझ से कहती तो में नहीं करता साई कहती है आप करेगी ये विराट तो बहुत केयर करते हे में ये फोटो भो आप कब से ऐसे हो गे तब आई आ जाती है और कहती हे की विराट तो बचपन से ऐसा है क्यों की ये मेरा बेटा है
और दोनों खुश होते हे और आई कहती हे की दोनों दोस्त अच्छे हे ऐसे है खुश रहा करो तब साई विराट आई को देखते हे और आई कहती हे किना मैने तुम को पति पत्नी कहा ना कुछ और बस दोस्त कहा है क्या तुम लोग दोस्त भी नहीं हो सकते साई कहती हे नहीं हम तो आपसे पूछना चाहतेथे के अब हमारा रिश्ता क्या कहलाता है वसेये सही हे दोस्त आज से हम दोस्त अश्वनी कहती हे तो अब ाचे दोस्तो की तरह हाथ मिलाओ और सब पुरानी बाते भूल जाओ और आजसे एक नई शुरुआत करो और दोनों हाथ मिलाते है अश्वनी साई को ढूढ पिलवाती है औरमोदक खिलाती हे और सबखुश होते हे अश्वनी निनाद की दूध का गिलास देने जाती हे और Virat साईं का सामान खोलता है और कहता हे तुम बताओ में सेट करता हु और साईं विराट को बताती हे की कैसे करना है विराट साईं से कहता हे की क्या महारानी की तरह ऑडर दे रही हो आराम से बताओ साईं कहती हे महारानी से बत्तमीजी तुम गुलाम हो कैसे जुर्रत की महारानी से ज़बान लड़ाने की चुप चाप अपना काम करो और विराट कहता हे जो हुक्म रानी साहिबा